महोबा: अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर महोबा में पिछले 23 दिन से अनशन जारी है. शुक्रवार को नगर के आल्हा चौक पर अनशन पर बैठे वकीलों व समाजसेवियों को समर्थन देने झांसी से ब्राह्मण युवजन सभा के बुंदेलखंड प्रभारी देशराज सुल्लेरे व प्रशांत शर्मा अपने साथियों के साथ अनशन स्थल पहुंचे. इस दौरान चरखारी के समाजसेवी रमन किशोर गोस्वामी व हाजी ताजउद्दीन भी आए और जय जय बुंदेलखंड के नारे लगाए.
बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर की अगुवाई में चल रहे अनिश्चितकालीन अनशन में जिला अधिवक्ता समिति के पूर्व अध्यक्ष सुखनंदन यादव को ब्राह्मण युवजन सभा ने आश्वासन दिया कि वे मध्य प्रदेश के छतरपुर, पन्ना, सागर समेत बुंदेलखंड के सभी छह जिल़ो में अपने संगठन के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे. इसके अलावा आंदोलन को गति देने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.
बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय मुकुंद किशोर ग़ोस्वामी के भाई रमन किशोर ने कहा कि चरखारी ब़ुदेलखंड का कश्मीर है लेकिन वहां से सबसे ज्यादा पलायन हुआ है. आजादी के बाद जब बुंदेलखंड का विघटन हुआ, उस वक्त जो कामता प्रसाद सक्सेना मुख्यमंत्री थे, वे चरखारी के निवासी थे. चरखारी के तमाम संगठ़न बुंदेलखंड राज्य के समर्थन में लगातार ज्ञापन दे रहे हैं.
बता दें 2014 लोकसभा चुनाव के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने पर बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने की बात कही थी लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी इस दिशा में कोई प्रयास नहीं हुआ है. वैसे तो समय समय पर बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने की मांग उठती रही है. लेकिन लगभग एक दशक बाद अब इस आंदोलन ने एक बार फिर जोर पकड़ना शुरू कर दिया है.