बांदा: बुंदेलखंड के बांदा जिले में गैर सरकारी महिला संगठन ‘वनांगना’ ने की 30 लड़कियों की आगे की पढ़ाई की खर्च उठाने का जिम्मा लिया है. इन लड़कियों का नौवीं कक्षा में दाखिला कराए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुंदेलखंड के इस इलाके में ज्यादातर लड़कियां आठवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ देती हैं. लेकिन अब ‘वनांगना’ ने इन लड़कियों को स्वावलंबी बनाने के लिए बीड़ा उठा लिया है.
वनांगना ने अपने पायलट प्रोजेक्ट के तहत फिलहाल नरैनी विकास खंड के पांच गांवों लहुरेटा, पुकारी, शंकर बाजार, जमवारा और गोरेपुरवा की 30 ऐसी किशोरियों को चिन्हित कर उनकी आगे की पढ़ाई का जिम्मा संभाला है, जो आर्थिक ढांचा कमजोर होने या हिंसक हो रहे समाज के डर से आठवीं कक्षा पास करने के बाद विद्यालय छोड़ कर घर बैठ गई थीं.
संस्था ने हाल ही में स्वावलंबन शिविर का आयोजन कर 30 ऐसी किशोरियों का चयन किया है, जिन्होंने विभिन्न कारणों से आठवीं कक्षा पास करने के बाद पढ़ाई बंद कर दी थी. उन्हें शिक्षा की महत्ता समझा कर और उनके अभिावकों को भी विश्वास में लेकर आगे की नौवीं कक्षा में दाखिला कराने के लिए राजी कर लिया गया है.