जालौन: कोरोना वायरस को लेखते हुए लगाए लॉकडाउन के दौरान अब जगह-जगह फंसे लोगों का अपने गृहनगर पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया है. इन लोगों को जगह-जगह बने सेंटर्स में 14 दिन के लिए क्वेरिंटीन किया जा रहा है. इन क्वेरिंटीन सेंटर्स में प्रशासन की ओर से लोगों को तो मदद पहुंचाई ही जा रही है लेकिन कई समाजसेवी संगठन भी आगे आ रहे हैं. बुंदेलखंड के ज़िला जालौन की तहसील जालौन में कुछ युवाओं ने ग्राउंड ज़ीरो पर काम करने की ठानी है. ‘हर्षदान फ़ाउंडेशन’ समाजसेवी संस्था के ये सदस्य जालौन के स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज में बने क्वारंटीन सेंटर और परीक्षण केंद्र पर पिछले एक सप्ताह से लगातार मदद पहुंचा रहे हैं. ‘
संस्था ने सेंटर पर ‘कोविड-19; प्रवासी मजदूर एवं जलपान कैंप’ का आयोजन कर के पिछले पांच दिन में लगभग 2000 लोगों को ग्लूकोज़, बिस्किट, और मास्क उपलब्ध कराए हैं.
बुंदेलखंड रिपोर्ट से बात करने पर संस्था के सदस्यों ने बताया कि ये कैंप तब तक निरंतर जारी रहेगा, जब तक प्रवासी मजदूरों के आने का तांता लगा रहता है. साथ ही ये युवा हर्षदान के बैनर तले नगर में झुग्गी झोपड़ी बना कर रह रहे निराश्रितों और विभिन्न मोहल्लों में रह रहे सहायताकांक्षी परिवारों को राशन किट भी उपलब्ध करवा रहे हैं. संस्था के सदस्यों ने बताया कि पुनीत कार्य में जालौन नगर वासियों और प्रशासन का भी भरपूर आर्थिक नैतिक सहयोग प्राप्त हो रहा है.