हमीरपुर: सुजलाम-सुफलाम योजना के जरिए हमीरपुर में पानी की समस्या दूर होगी। ये बात जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सुजलाम-सुफलाम योजना की समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र की तर्ज पर जिले की नदियों में पर्याप्त मात्रा में जल की उपलब्धता के लिए इनके तटों पर जल संचयन के लिए विशाल तालाबों का निर्माण होगा। फिलहाल यह योजना हमीरपुर मे पायलट प्रोजेक्ट के रूप मे लागू होगी। इससे जिले में विभिन्न वाटरशेड ढांचे जैसे डैम, तालाब, एमआइ टैंक को चिन्हित किया जाएगा; उसके बाद प्रशासनिक और तकनीकी स्वीकृति दी जाएगी। मशीनों से बांधों, तालाब और झीलों की खुदाई व सफाई कर मिट्टी निकालकर कार्यवाही की जाएगी।
इस योजना के जिले के एक हेक्टेयर तक के 877 तालाब, एक हेक्टेयर से 5 हेक्टेयर तक के 297 तालाब एवं पांच हेक्टेयर से अधिक के 23 तालाब चिन्हित किये गए हैं। इसके लिए तहसील स्तर पर समिति गठित की जायेगी। तालाबों की सफाई व पुनरोद्धार का कार्य भारतीय जैन संगठन द्वारा प्रशासन की सहायता से कराया जाएगा।
संगठन के उच्च अधिकारियों ने बताया कि दीपावली के बाद से ही सफाई व पुनरोद्धार का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरके सिंह, परियोजना निदेशक चित्रसेन सिंह, उपायुक्त श्रमरोजगार भूषण कुमार, अपर जिला सूचना अधिकारी रूपेश कुमार, भारतीय जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रफुल्ल परख, यूपी स्टेट प्रेसीडेंट पंकज जैन, स्टेट सेक्रेटरी कुमार मंगलम व भारतीय जैन संगठन के कोषाध्यक्ष प्रदीप जैन उपस्थित रहे।
सुजलाम सुफलाम योजना से बुंदेलखंड क्षेत्र से पानी की समस्या को खत्म करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे हमीरपुर जिले में शुरू किया जा रहा है। इसकी सफलता को देखते हुए योजना को समूचे बुंदेलखंड क्षेत्र में लागू किया जाएगा। इस योजना में बड़ी बात यह की इसमें तालाबों की सफाई व पुनरोद्धार के अलावा नदियों के किनारे भी बड़ी मात्रा में तालाबों का निर्माण भी कराया जाएगा, जिससे उनकी अविरलता बनी रहे। इन तालाबों के निर्माण के लिए भी जमीन चिन्हित की जा रही है।