जालौन: जालौन नगर में सरदार पटेल की मूर्ति स्थापना के संबंध में एक विवाद सामने आया है. एमएलसी प्रतिनिधि आर०पी० निरंजन को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते सरदार पटेल की मूर्ति सहित वापस लौटना पड़ा. पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर ABVP कार्यकर्ताओं को शांत कराकर मामले को निपटाया. दरअसल यह मूर्ति प्रशासन की अनुमति के बगैर ही स्थापित हो रही थी. एसडीएम अतुल कुमार ने मौके पर पहुंचकर अभी फिलहाल किसी भी प्रकार की स्थापना के लिए रोक लगा दी है. विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि वह पहले भी कई बार विवेकानंद जी की मूर्ति स्थापना के संबंध में ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल एमएलसी प्रतिनिधि आरपी निरंजन अपने समर्थकों के साथ देवनगर चौराहा पर सरदार पटेल की मूर्ति स्थापना के लिए लाए थे. जो कि प्रशासन की बिना अनुमति के स्थापित हो रही थी. मूर्ति स्थापना की सूचना मिलते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और स्थापना का जमकर विरोध किया. कहासुनी के बीच मामला तूल पकड़ता गया तथा मौके पर एसडीएम जालौन अतुल कुमार और पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी वहां पहुंचे. मामले की गंभीरता को समझते हुए एसडीएम ने ABVP कार्यकर्ताओं को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया. हालांकि निरंजन को विरोध के चलते अपने समर्थकों के साथ मूर्ति सहित वापस लौटना पड़ा. विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सोशल मीडिया संयोजक सत्यम यागयिक का कहना है कि जिले में सार्वजनिक ज़गह पर विवेकानंद जी की मूर्ति स्थापना कहीं पर भी नहीं है लेकिन सरदार पटेल की मूर्ति कई ज़गह पहले से ही स्थापित है. उन्होंने कहा कि हम जितना सरदार पटेल का आदर करते हैं उतना ही विवेकानंद जी का करते हैं. ऐसे में विद्यार्थी परिषद की मांग है कि उस जगह पर विवेकानंद जी की मूर्ति स्थापित की जाए.
ABVP ने एसडीएम को सौंपा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने देवनगर चौराहा पर स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति स्थापना के सम्बंध में जालौन एसडीएम अतुल कुमार को ज्ञापन सौंपा. ABVP ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमने पहले भी कई बार ज्ञापन दिया है जिस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं की गई. एसडीएम ने कार्यकर्ताओं की बात को शासन तक पहुंचाने का पूर्ण आश्वासन दिया. इस मौके पर पूर्व प्रदेश सह sfs संयोजक हर्ष गुप्ता, अनूप दीक्षित, गोपाल जी बाथम, हरिओम पटेल, प्रदुम्न द्विवेदी, मानवेन्द्र परिहार, आशीष परिहार सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे.