लोकसभा और राज्यसभा के अब तक कुल 141 सांसद सस्पेंड, राज्यसभा में दिल्ली बिल पास

नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र के 12 वें दिन सस्पेंड हुए सांसदों की संख्या अब 141 पहुँच गयी है. संसद में सुरक्षा के मुद्दे को लेकर विपक्षी सांसदों द्वारा हंगामा किया जा रहा है.ये सभी सांसद गृहमंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे थे. लेकिन लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उन सभी को सदन की मर्यादा भंग एवं उद्दंडता के आरोप में सदन से बाहर कर दिया. जिसको लेकर सस्पेंड हुए विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर जमकर हंगामा किया एवं मोदी सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की.

एक नज़र पूरे मामले पर
बीते दिनों जब एक युवक संसद में एक बीजेपी सांसद के एंट्री पास के माध्यम से घुस आया था. तथा उसने सदन में काफ़ी अफरातफरी का माहौल पैदा कर दिया था. सांसदों ने उस समय युवक की जमकर पिटाई भी की थी. इसी प्रकरण में विपक्षी सांसद गृहमंत्री अमित शाह से सुरक्षा में सेंध मामले में जवाब मांग रहे थे. सांसदों का कहना है अग़र किसी विपक्षी पार्टी के किसी सांसद के एंट्री पास के माध्यम से यह घटना घटी होती तो क्या सरकार फ़िर भी ऐसी प्रतिक्रिया देती? आज संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान दोनों सांसदों ने जमकर हंगामा किया. कई बार मना करने के भी जब सदन की मर्यादा को भंग किया जाने लगा तो दोनों ही सदनों लोकसभा और राज्यसभा के कुल 141 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया. जिसमें लोकसभा के 107 और राज्यसभा के 34 सांसद शामिल हैं. बर्खास्त हुए सांसदों में सबसे ज़्यादा कांग्रेस पार्टी के है.

दिल्ली अमेंडमेंट बिल राज्यसभा में पास
संसद के शीतकालीन सत्र के 12वें दिन राज्यसभा में नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ डेल्ही लॉज अमेंडमेंट बिल 2023 पास हो गया. ये बिल मानसून सत्र में लोकसभा में पास हो गया था. अब इस बिल को दस्तख़त के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा. वहीं लोकसभा में तीन बिलों भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता,और भारतीय साक्ष्य संहिता पर चर्चा हुई. इस पर गृहमंत्री अमितशाह ज़वाब दे सकते हैं.

सांसदों की सस्पेंशन सरकार की नाकामी – डिम्पल यादव
संसद में हुए हंगामे के बाद विरोध कर रहे सांसदों में डिम्पल यादव भी शामिल हैं. समाजवादी पार्टी की क़द्दावर नेत्री डिम्पल यादव ने इस पूरे प्रकरण को सरकार की नाकामी बताया है. डिम्पल ने सदन के बाहर मोदी सरकार के खिलाफ़ नारेबाज़ी कर विरोध जताया.

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आदित्य हृदय नवोदित पत्रकार हैं. सामाजिक मुद्दों में विशेष रुचि रखते हैं.

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