श्रीलंका : आर्थिक और राजनीतिक परेशानियों से जूझते श्रीलंका में और नया मोड़ सामने आया है. श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने गुरुवार को सिंगापुर में इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफा देने के बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे ने मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में कार्यकारी राष्ट्रपति के तौर पर पद ग्रहण किया है. विक्रमसिंघे ने जनता से अपील की है की वे शांति बनाये रखें. राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 22 जुलाई को होगा.
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सेना ने राष्ट्रपति भवन को कराया प्रदर्शनकारियों से मुक्त
श्रीलंका में अब प्रदर्शनकारियों से निपटने की जिम्मेदारी सेना ने ले ली है. शुक्रवार सुबह सेना ने राष्ट्रपति भवन और अन्य प्रशासनिक जगहों से भीड़ को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला. इस मशक्कत में सेना को सड़क पर टैंक भी उतारने पड़े. इस तनातनी में कुछ जवान घायल भी हो गये, हालांकि उन्हें सामान्य चोटें आई. संसद के एक प्रवक्ता के अनुसार संसद सत्र कल से शुरू हो सकता है.
सिंगापुर एंबेसी के माध्यम से भिजवाया इस्तीफा
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे ने अपना इस्तीफा सिंगापुर एंबेसी के माध्यम से भिजवाया. संसद के स्पीकर अभयवर्धने को राजपक्षे का इस्तीफा मिल चुका है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स का कुछ और ही कहना है कि राजपक्षे का इस्तीफा ईमेल के जरिये मिला है. इस्तीफे की खबर सुनकर कोलंबो में लोग नाचकर जश्न मनाने लगे.
मालदीव से सिंगापुर पहुंचे राजपक्षे
राष्ट्रपति गोटबाया पहले श्रीलंका से मालदीव् पहुंचे. अब मालदीव से सिंगापुर पहुंच गये. सिंगापुर एयरपोर्ट पर राजपक्षे अपनी पत्नी संग शॉपिंग करते नजर आए. श्रीलंका के एक अख़बार डेली मिरर ने उनकी फोटो प्रकाशित की है, हालांकि सिंगापुर विदेश मंत्रालय का कहना है वह अपनी निजी यात्रा पर आये है. उन्होंने न विदेश मंत्रालय से शरण मांगी है और न उन्हें दी गई है, लेकिन अब राजपक्षे की सऊदी अरब जाने की संभावना है.