जालौन: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के पीसीएस प्री और आरओ एआरओ की परीक्षा 2 दिन में संपन्न कराने एवं अन्य के निर्णय के विरोध में छात्रों का धरना प्रदर्शन. 13 नवंबर को कैंडल मार्च में उपस्थित छात्रों के द्वारा विभिन्न समस्याओं हेतु मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया एवं कैंडल मार्च निकाला गया.
छात्रों ने बताया कि हम सब छात्र प्रदेश की प्रतिष्ठित परीक्षाओं UPPSC एवं RO/ARO को एक शिफ्ट में कराने की मांग कर रहे हैं. आयोग की वर्तमान परीक्षा प्रणाली ( दो या दो से अधिक शिफ्ट में परीक्षा कराने की) एवं नार्मलाइजेशन जैसी व्यवस्था कहीं से भी छात्रहित एवं तर्कसंगत नहीं है. हम छात्रों की निम्न मांगें है जिन पर विचार विमर्श किया जाना चाहिए.
● ONE SHIFT – ONEDAY परीक्षा पुनः आयोजित हो
● नार्मलाइजेशन को हम द्वात्रों पर थोपा न जाए
● परीक्षाएं शुचितापूर्ण एवं सभी जिलों में संपन्न हो
● आयोग द्वारा शीघ्र नोटिस जारी कर पारदर्शिता लागू की जाए
छात्रों के हाथों में दिखे तख्तियां और पर्चे
बुधवार को यूपीपीएससी के खिलाफ अभ्यर्थियों ने अनेकों शहरों में जमकर विरोध प्रदर्शन किया और अब वे धरने पर बैठकर फैसले का विरोध कर रहे हैं. उसी क्रम में आज उरई में भी छात्रों ने विरोध किया. छात्रों का कहना है कि जब तक आयोग द्वारा दो दिन परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन नीति को रद्द करने का आदेश नहीं जारी किया जाता, वे शान्त नहीं बैठेंगे. आपको बता दें कि विरोध कर रहे छात्रों ने अपने हाथों में तख्तियां और पर्चे ले रखे हैं जिन पर उनके नारे लिखे गए हैं. इस दौरान मुख्य रूप से अंकित दुबे , शिवम त्रिपाठी, अंशुल पटेल, आशुतोष वर्मा, निखिल , दीपक श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे.