उन्नाव: जय श्रीराम का नारा लगाने पर उन्नाव में एक हिस्ट्रीशीटर ने तलवार से काटकर किसान नेता की हत्या कर दी. इस घटना में मृतक का भाई भी घायल हुआ है. मामला गंगा घाट कोतवाली क्षेत्र का है. मृतक के घायल भाई ने अपने बयान में बताया कि हम लोग अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर चंदा मांगने जा रहे थे. तभी काले खां नाम के व्यक्ति ने बड़े भाई पर हमला कर दिया. बीच बचाव करने आये छोटे भाई पर भी उसने तमंचे की बट से हमला कर दिया. घायलों को तुरंत पास के ही अस्पताल में ले जाया गया. जहां बड़े भाई को कानपुर हैलट रिफर कर दिया. वहां उसकी मौत हो गयी. इस हत्याकांड के बाद मृतक के रिश्तेदार और पड़ोसियों ने सड़क जाम कर हंगामा किया.
क्या है पूरा मामला?
उन्नाव के मोहल्ला चंपा पुरवा में दो सगे भाई दुर्गाशंकर कश्यप एवं विनोद कश्यप अपने कुछ लोगों के साथ 22 जनवरी को होने वाले प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर चंदा मांगने गए थे. ये कार्यक्रम उनके ही मोहल्ले में बने एक मंदिर में होने वाला था. जैसे ही वो आरोपी काले खां के घर के पास नारे लगाते हुए पहुंचे, तभी उसने बड़े भाई विनोद कश्यप (जो कि किसान यूनियन का जिला महासचिव था) पर तलवार से हमला कर दिया. बीच बचाव करने आये छोटे भाई दुर्गाशंकर कश्यप को भी उसने तमंचे की बट से घायल कर दिया. इतने में लोग कुछ समझ पाते काले खां ने कई राउंड फायर कर दिए और मौका-ए-वारदात से फ़रार हो गया. दोनों भाइयों को पास के ही अस्पताल में ले जाया गया. गंभीर रूप से घायल बड़े भाई को कानपुर हैलट रिफर कर दिया जहां उसकी मौत हो गयी. मौत की ख़बर सुनते ही गुस्साए परिजनों ने सड़क जाम कर ख़ूब हंगामा किया और प्रशासन से जल्द से जल्द कार्यवाही करने को कहा. साथ ही इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है. हालांकि प्रशासन द्वारा घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
पुलिस और मृतक के भाई का बयान अलग-अलग
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई है. हालांकि वहाँ के SP ने बयान जारी करते हुए कहा कि “दो समुदायों के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर मारपीट हुई. इसमें एक पक्ष के लोगों ने तहरीर देते हुए बताया कि काले खां नाम के व्यक्ति ने उनसे पैसों की मांग की थी. इसके बाद मारपीट शुरू हुई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी है और यही सब कुछ तहरीर में लिखा है”. हालांकि इसके बिपरीत मृतक के भाई ने अपने बयान में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर झगड़ा बताया था. पुलिस मामले की छानवीन कर रही है. लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की सच्चाई सामने नहीं आयी है. पुलिस और परिजनों के बयान विपरीत होने से सन्देह की स्थिति बनी हुई है.