महोबा: बुंदेलखंड के बांदा में हिंदू भावनाओं को आहत करने के लिए 43 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. मामला ये था कि शेख पीर बाबा के ‘उर्स’ के दौरान सामुदायिक भोज में हिंदुओं को कथित रूप से खाने में नॉनवेज बिरयानी परोस दी गई. ये कार्यक्रम महोबा के चरखारी इलाके के सलाट गांव में 31 अगस्त को आयोजित किया गया था.
दरअसल इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पप्पू अंसारी नाम के शख्स ने अपने भतीजे के बीमारी से ठीक हो जाने पर भोज में बिरयानी खिलाने की मन्नत मांगी थी. हालांकि इस घटना के बाद गांव के लोगों ने मुसलमानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत कराकर धार्मिक शुद्धिकरण के लिए 50 हजार वसूलने और पूरे गांव को शाकाहारी भोजन कराने की मांग रखी. दबाव बनने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों के बीच राजीनामा करा दिया.
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स्थानीय पुलिस के मुताबिक मामला तूल तब पकड़ा जब चरखारी से बीजेपी विधायक बृजभूषण सिंह राजपूत ने हस्तक्षेप करते हुए गांव वालों से एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा. विधायक मंगलवार को गांव में आए हुए थे तभी गांव वालों ने उन्हें इस बारे में बताया. विधायक बृजभूषण राजपूत ने कहा, ‘‘बिरयानी जानबूझकर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए परोसा गया था. इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.’’ वहीं पुलिस अधीक्षक स्वामीनाथ ने कहा कि ये सच नहीं है कि लोगों ने जानबूझकर नॉन वेज बिरयानी परोसी गई. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ रहा है इसी लिहाज से इलाके में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है.
स्वामीनाथ ने कहा कि एफआईआर में मुस्लिम समुदाय के 23 ज्ञात 20 अज्ञात लोगों को नामदज किया गया है. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं 153 ए(धार्मिक आधार पर दो समुदायों के बीच नफरत फैलाना), 295 ए (जानबूझकर दूसरे धर्म और दूसरों की मान्यताओं का अपमान करना), 420(फ्रॉड) और 506(धमकाना) के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.