उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच पड़ने वाला बुंदेलखंड क्षेत्र हमेशा से उपेक्षा का शिकार रहा है. चाहे बात भौगोलिक रूप से यहां प्रकृति की अनदेखी की हो या राजनीतिक रूप से हमारे नियंताओं की. कारण इस क्षेत्र की हालत दिन–ब–दिन खराब होती जा रही है. यहां पानी, पलायन, किसान आत्महत्या, अवैध खनन जैसे तमाम मुद्दे प्रमुख हैं, जिन्हें मीडिया में वो जगह नहीं दी जाती जिसके ये हक़दार हैं. बुंदेलखंड के हालातों पर कभी प्राइम टाइम डिबेट नहीं होती. उपेक्षित हो रही यहां की ऐतिहासिक धरोहरों और संस्कृति की बात नहीं होती.
‘बुंदेलखंड रिपोर्ट’ के अस्तित्व में आने की यही एक प्रमुख वजह है कि बुंदेली आवाम की आवाज़ को बुलंद किया जा सके. इस उद्देश्य की तरफ ये हमारा छोटा ही सही पर महत्वपूर्ण कदम है. इस काम में हम आम लोगों का सहयोग चाहते हैं कि वे आगे आकर जिस तरह हो सके हमारी मदद करें. हमारी पाठकों से गुजारिश है कि हमें पढ़ें, शेयर करें, इसके अलावा इसे और बेहतर करने के सुझाव देते रहें.