सरकारी दफ़्तर बने स्विमिंग पूल, नालों पर हैं माफियाओं के अवैध कब्ज़े


जालौन:  जिले के बीहड़ क्षेत्र की तहसील अब तालाब में तब्दील होती नजर आ रही है.सरकारी दफ्तरों में भरा पानी. अखिरकार क्या वजह है कि माधौगढ़ नगर से लेकर सरकारी दफ्तरों तक पानी पहुंच गया है. लाखों रुपए सफाई के नाम पर खर्च किए जाते है,लेकिन फिर भी पानी की निकासी नहीं हो पाती है, इसको माधौगढ़ नगर का भविष्य कहे या फिर कुछ और. माधौगढ़ नगर में नालों के ऊपर भूमाफियाओं ने अवैध कब्ज़े कर रखे हैं जिस वजह से निकासी की समस्या है लेकिन इस तरफ़ प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.  पूरे क्षेत्र में लगातार मूसला बारिश हो रही है और कही भी आपको पानी देखने को नहीं मिलेगा. लेकिन तहसील, खंड विकास कार्यालय खंड शिक्षा कार्यालय, गल्ला मंडी,राजकीय, बीज भंडार कार्यालय, सरकारी स्कूल सभी जगह पानी ही दिखाई दे रहा है.

आख़िर वजह क्या है ?
दुकानों पर लोगों की भीड़ में चर्चा हो रही थी कि नदी अपने माधौगढ़ से लगभग 3 किलो मीटर या 4 किलो मीटर दूर है. जिसका पानी माधौगढ़ नगर में कभी नही आया क्या इस बार माधौगढ़ नगर में भी नदी का पानी आ गया. जिससे माधौगढ़ नगर डूबता दिखाई दे रहा है,अगर नदी का पानी आ जाता तो शायद नदी के पास के गांव एक भी न बचते और पलायन करने को मजबूर हो जाते. कुछ चर्चाओं में जानकारी मिली की नगर के कुछ मठाधीशों के द्वारा नाले पर अतिक्रमण कर लिया गया है. जिसको नही हटवाया जा रहा है. जिसकी वजह से नहर पानी पानी हो गया है. आखिरकार सूबे के मुखिया के द्वारा इतना बड़ा रैकेट चलाया जा रहा है की सरकारी जगहों पर जिसका भी कब्जा हो उसको अधिकारियों की देखरेख में तत्काल हटवाया जाए लेकिन फिर भी माधौगढ़ नगर में सरकारी जगहों पर कब्जा नही हटवाया गया. नालों पर से अतिक्रमण नहीं हटवाया गया. जिसकी वजह से माधौगढ़ नगर पानी पानी हो गया है.

अधिवक्ताओं ने सड़क पर ही बनाए चंबर 
अधिवक्ताओं ने सड़क पर ही अपने चैंबर बना लिए है और लोगों के कागजी कामों को देख रहे है. माधौगढ़ तहसील क्षेत्र का जहां नदियों के पानी की चपेट में दर्जनों गांव है वहीं  पानी की निकासी न होने से बगैर बाढ़ के बाढ़ जैसे हालात दिखने लगे है. हालांकि जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि तहसील माधौगढ़ अवस्थित तहसील कार्यालय भवन एवं तहसील परिसर में जलभराव की समस्या का निराकरण कराये जाने हेतु पूर्व में अधिशासी अभियंता, बेतवा नहर प्रखण्ड प्रथम/द्वितीय उरई को निर्देशित किया गया था, परन्तु अद्यतन इस समस्या का निराकरण नहीं हो पाया हैं. तहसील कार्यालय भवन एवं परिसर में पुनः जल भराव हो गया है. जिससे जनमानस को कठिनाई हो रही है. उक्त समस्या का स्थायी निराकरण कराये जाने हेतु उप जिलाधिकारी माधौगढ़, अधिशासी अभियंता, बेतवा नहर प्रखण्ड प्रथम उरई, अधिशासी अभियंता, बेतवा नहर प्रखण द्वितीय उरई, अधिशासी अभियंता, निर्माण खण्ड-1, लो०नि०वि० उरई, श्री भारत दीप, भूगर्भ जल वैज्ञानिक, झॉसी या उनके द्वारा नामित तकनीकी अधिकारी निम्न समिति गठित की जाती है. उक्त समिति तहसील में जल भराव की समस्या के स्थायी निराकरण हेतु कार्य योजना तैयार कर अपनी आख्या दिनांक 15.10.2024 तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेगी.

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आदित्य हृदय नवोदित पत्रकार हैं. सामाजिक मुद्दों में विशेष रुचि रखते हैं.

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