बुंदेलखंड: भारतीय जनता पार्टी जो कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर रही है. शायद उसका मुख्य कारण यही है कि विपक्षी नेता बड़े पैमाने पर भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं. ऐसा ही कुछ दृश्य पिछले दिनों में बुंदेलखंड में देखने को मिल रहा है. जहां एक-एक कर काफी नेता भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं. अब इस बात पर केवल एक ही प्रश्न उठता है कि क्या भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर बिपक्ष भाजपा के साथ शामिल हो रहा है या फ़िर कोई और भी कारण हो सकता है. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए भाजपा अपनी पार्टी के पक्ष में एक अलग ही माहौल बनाने की कोशिश कर रही है एवं दूसरी पार्टी के दिग्गज़ों को अपनी तरफ़ खींचने का रुख कर रही है.
क्या विपक्षी जनप्रतिनिधियों को नहीं मिल रहा है विकास कार्य के लिए पैसा ?
कुछ लोगों का कहना है कि जहां भाजपा पिछले चुनावों में अपना सिक्का नहीं जमा पाई है वहां के जनप्रतिनिधियों को विकास कार्य के लिए उचित पैसा नहीं दिया जा रहा है. जिसके कारण जनप्रतिनिधि एवं विपक्षी दलों के नेता परेशान होकर भाजपा में शामिल हो रहे हैं. हालांकि इस बात पर कोई तथ्य सामने नहीं आया है. एक तरफ यह भी कयास लगाया जा रहा है भाजपा अपनी कूटनीति से विपक्ष को खत्म करने की तैयारी में है लेकिन बिपक्ष लोकतंत्र के खूबसूरत पहलुओं में से एक है. कुछ लोगो का यह भी कहना है कि भाजपा की विकास करने की एवं देश के भविष्य के प्रति नीतियां अच्छी है जिसके कारण विपक्षी भाजपा में शामिल हो रहे हैं.
पिछले दिनों ये नेता हुए भाजपा में शामिल
सबसे पहले हम बात करें तो विज्ञान सिरोठिया जो कि कोंच नगर पालिका के अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने इस बार के चुनाव में निर्दलीय ताल ठोकी थी जिसके कारण उन्हें भाजपा जिलाध्यक्ष जालौन रामेंद्र सिंह द्वारा अनुशासनहीनता के कारण पार्टी से निष्कासित किया गया था. नगर पालिका चुनाव के समय भाजपा प्रत्याशी प्रदीप गुप्ता एवं सिरोठिया में काफ़ी विवाद भी देखने को मिला था लेकिन पिछले दिनों ये अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए. अब हम बात करें पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष उरई विजय चौधरी की. इन्होंने कल यानि 21 फ़रवरी को भाजपा की सदस्यता ले ली है. विजय चौधरी का यह नया राजनीतिक जीवन जहाँ वो शामिल हुए हैं इसको शहर के लोग एक कहावत के जरिये बोल रहे हैं वो कहावत है – मजबूरी का नाम महात्मा गांधी, अब ये तो आने वाला वक़्त बताएगा कि जो आज हुआ वो जिले की राजनीति के विकास पुरूष कहे जाने वाले विजय चौधरी को यह फैसला नगर के विकास के हित में मिलने वाले बजट के वजह से लेना पडा या किसी के दवाब में , कुछ लोगों का मानना है कि ये सिर्फ नगर विकास हित में है जिसको उनके समर्थक भी महसूस कर रहे हैं. इसके बाद झांसी जिले की नगर पंचायत मोंठ की अध्यक्ष मीरा गुसाईं और उनके पुत्र देवेंद्र गुसाईं भी कल भाजपा में शामिल हो गए. इसके साथ जालौन से पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष बलराम तिवारी कैलिया अपने पुत्र अधिवक्ता राहुल तिवारी के साथ भाजपा में शामिल हो गए. महोबा, हमीरपुर, झांसी, चित्रकूट आदि जिलों में भी बड़ी संख्या में विपक्षी दलों के नेता अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो रहे हैं. जो की विपक्षी पार्टियों के लिए आने वाले लोकसभा चुनाव मे भारी चिंता का विषय है.