जालौन ; देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 16 जुलाई को जालौन के कैथेरी में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे .करीब 300 किलोमीटर बने इस एक्सप्रेस वे को बनाने में 14850 करोड़ रूपये का खर्च आया लेकिन इस एक्सप्रेस वे के बनने से पिछड़े बुन्देलखण्ड में प्रगति के रास्ते खुलेंगे . यह एक्सप्रेस वे फोर लेन है लेकिन आगे इसे 6 लेन करने की सरकार की योजना है. प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा मिली सूचना के अनुसार मोदी करीब 11 बजे उद्घाटन स्थल पर पहुंचेंगे. जहां उनकी अगुवाई करने के लिए भाजपा के और दिग्गज नेता भी शामिल रहेंगे. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उत्तरप्रदेश के चित्रकूट के गोंडा गांव से राज्य के इटावा जिले तक फैला हुआ है, जो आगे जाकर आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे से मिल जाता है .
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7 जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे उत्तरप्रदेश के 7 जिलों से होकर गुजरेगा. इन सात जिलोंके नाम क्रमशः चित्रकूट,बाँदा,महोबा,हमीरपुर,जालौन,औरैया और इटावा हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे आगे जाकर लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से सीधे दिल्ली को जोड़ेगा.
6 घंटे में पहुंचेंगे दिल्ली से चित्रकूट
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बनने से आम जनता के समय की बचत एवं रोजगार के भी नए साधन खुलेंगे. छोटे शहरों और कस्बों के निवासी अब आसानी से बड़े शहरों से जुड़ सकेंगे. पहले देश की राजधानी दिल्ली से चित्रकूट पहुँचने में 9 घंटे का समय लगता था लेकिन अब एक्सप्रेसवे के माध्यम से केवल 6 घंटे में दिल्ली से चिटकूट आसानी से पहुंच सकेंगे .
4 लेन एक्सप्रेसवे को अब 6 लेन बनाने की योजना
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को बनाने में 14850 करोड़ रूपये का इस्तेमाल हुआ, जो कि 4 लेन है लेकिन अब आगे इसे 6 लेन करने की योजना है, वैसे भी ई टेंडरिंग के जरिये अधिकारीयों ने 1132 करोड़ की बचत की है . ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है इसी रूपये से 6 लेन विस्तार करने की योजना है.