ललितपुर: अनूप सहाय हत्याकांड में 4 महीने बीतने के बाद आखिरकार पुलिस को सफलता हाथ लगी है। ललितपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. ओपी सिंह के नेतृत्व में गठित टीमों ने शुक्रवार को ललितपुर के बहुचर्चित अनूप सहाय हत्याकाण्ड के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस हत्याकाण्ड की गुत्थी सुलझने पर तालबेहट व्यापार मण्डल ने बैठक आयोजित कर पुलिस प्रशासन की सराहना की है।
बता दें 2 फरबरी 2018 की रात को सदर कोतवाली के अंतर्गत बड़ापुरा इलाके में रात 8 बजे तीन अज्ञात बदमाशों ने फ़िल्मी अंदाज में घर के भीतर घुसकर ठेकेदार अनूप सहाय की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी।पुलिस के अनुसार अनूप सहाय की हत्या उसके ही जीजा अरविन्द ने 2 लाख की सुपारी देकर कराई थी।
क्या थी इस हत्याकांड के पीछे की वजह?
पुलिस के अनुसार अनूप की बहन वन्दना के साथ उसके जीजा अच्छा व्यवहार नहीं किया करते थे और उसे प्रताड़ित किया करते थे, जिससे वन्दना अपने पति की शिकायत अपने भाई से किया करती थी। इस पर भाई अनूप बहन की बात सुनकर अपने जीजा को जान से मारने की धमकी देता था।
इसी बात से चिढ़ कर न्यायालय में बाबू के पद पर तैनात अरविन्द ने अपने साले की हत्या कराने की साजिश रच डाली। इसके लिए अरविंद ने झांसी के तीन कुख्यात अपराधी मेघराज सिंह, पीयूष खंगार और दिलीप कुशवाहा (जिन पर यूपी और एमपी में कई संगीन मामले दर्ज हैं) को अपने साले की हत्या कराने के लिए 2 लाख की सुपारी दे दी। इसके बाद 2 फरवरी की रात तीनों बदमाशों ने अनूप सहाय के घर में घुसकर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।